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पिछले साल फरवरी में ED ने रांची ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख इंजीनियर वीरेंद्र के. राम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र राम ने पूछताछ में ED के सामने कई महत्वपूर्ण लोगों के साथ अपने संबंधों का भी खुलासा किया।
विस्तार
झारखंड की राजधानी रांची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की। वीरेंद्र राम मामले में झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू सहायक से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी। बता दें कि अबतक २० करोड़ से अधिक का मूल्यांकन हुआ है। अधिकारियों ने कहा कि गिनती अभी भी चल रही है। सूत्रों ने बताया कि पैसे को पांच सौ के नोटों में बरामद किया गया था।
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— Zee News (@ZeeNews) May 6, 2024
वीरेद्र राम मामला क्या है?
बता दें कि झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख इंजीनियर को ईडी ने फरवरी पिछले वर्ष राम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। वीरेंद्र राम ने ED की पूछताछ में कई महत्वपूर्ण लोगों से उनके संबंधों का भी खुलासा किया।। जानकारी के अनुसार, राम को 150 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। दो करोड़ रुपये के स्वर्ण आभूषण भी बरामद किए गए थे। ED को भी वीरेंद्र राम से एक लैपटॉप और कुछ पेन ड्राइव मिले। 21 फरवरी को ED ने अपने 24 स्थानों पर छापेमारी शुरू की, जो 22 फरवरी को समाप्त हुई। वीरेंद्र राम से एजेंसी ने छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर दो दिनों की पूछताछ की थी।
ED ने न्यायालय को बताया कि Ram और उसके परिवार के बैंक खातों की जांच में उनकी आय के कानूनी स्रोतों से अधिक धन की जानकारी मिली। राम पर आरोप है कि वह अपने पिता, पत्नी और परिवार के अन्य लोगों के नाम पर चल और अचल संपत्ति खरीद लिया है। परिवार की आय इस संपत्ति के अनुपात में नहीं है। सितंबर 2020 में वीरेंद्र राम के खिलाफ एक मनी लॉन्ड्रिंग शिकायत दर्ज की गई थी।
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